भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग में सचिव श्री संजय कुमार ने 28 जून 2024 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के पैराग्राफ 15.5, 15.11 और 5.20 पर विशेष जोर देते हुए एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (आईटीईपी), राष्ट्रीय मेंटरिंग मिशन (एनएमएम) और शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय व्यावसायिक मानकों (एनपीएसटी) पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संवेदीकरण कार्यशाला का उद्घाटन किया। कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा के सहयोग से किया था। इसका आयोजन गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में किया गया। इसमें शैक्षिक प्रशासक, शिक्षक, शिक्षक प्रशिक्षक, संस्थानों के प्रमुख, राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश सरकारों के प्रतिनिधि और विभिन्न शीर्ष निकायों के नीति निर्माताओं सहित 300 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिनिधियों को आईटीईपी, एनएमएम और एनपीएसटी की संरचना और कार्यान्वयन के प्रति संवेदनशील बनाना था।
प्रतिभागी एनएमएम और एनपीएसटी से परिचित होने के लिए एनसीईआरटी के शिक्षक शिक्षा विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शरद सिन्हा, संस्कृत प्रमोशन फाउंडेशन के निदेशक प्रोफेसर सी.के. सलूजा, एनपीएसटी के संयोजक श्री डी.के. चतुर्वेदी और एनएमएम के संयोजक श्री अभिमन्यु यादव द्वारा आयोजित तकनीकी सत्रों में तल्लीन दिखाई दिए। प्रतिभागियों ने दोनों दिन आईटीईपी, एनएमएम और एनपीएसटी तथा उनके कार्यान्वयन से संबंधित विचारों और प्रश्नों का आदान-प्रदान करने के लिए इंटरैक्टिव सत्रों में बहुत प्रभावी ढंग से भाग लिया।
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