केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एनएचएआई के एक वरिष्ठ अधिकारी
को, जो भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई), छतरपुर, मध्य प्रदेश के महाप्रबंधक
और परियोजना निदेशक हैं, को एक निजी कंपनी के आरोपी कर्मचारियों से 10 लाख रुपये की
रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। उक्त कंपनी को अनुचित लाभ देना। रिश्वतखोरी के उक्त मामले
में सीबीआई ने एनएचएआई कंसल्टेंट और उनके रेजिडेंट इंजीनियर, निजी कंपनी के चार कर्मचारियों
सहित 6 अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया।
सीबीआई द्वारा 08.06.2024 को 7 गिरफ्तार आरोपियों
और निजी कंपनी और उसके दो निदेशकों सहित 10 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया
गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उक्त निजी कंपनी के दो निदेशक अपने आरोपी कर्मचारियों
के साथ साजिश रचकर अनुचित लाभ प्राप्त कर रहे हैं। एनएचएआई अधिकारियों पर एनएचएआई द्वारा
उक्त निजी कंपनी को सौंपी गई झांसी-खजुराहो परियोजना के संबंध में अंतिम हैंडओवर प्राप्त
करने के साथ-साथ अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने और अंतिम बिल की प्रोसेसिंग करने का
आरोप लगाया।
सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपी, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग
प्राधिकरण (एनएचएआई), छतरपुर, मध्य प्रदेश के महाप्रबंधक और परियोजना निदेशक को निजी
कंपनी के कर्मचारियों से 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
विभिन्न स्थानों पर आरोपी व्यक्तियों के परिसरों की तलाशी
ली जा रही है। छतरपुर एमपी M. P.), लखनऊ, कानपुर, आगरा और गुरुग्राम से डिजिटल उपकरणों
सहित आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार आरोपियों को भोपाल के एलडी क्षेत्राधिकारी कोर्ट
में पेश किया जाएगा। जांच जारी है।
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