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आईसीएआई ने देश भर में 15 सेंटरों में आयोजित किया दीक्षांत समारोह; नए क्वालिफाईड 13,737 चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट्स को मिली मेंबरशिप

By विनय मिश्रा नई दिल्ली: संसद अधिनियम के तहत स्थापित वैधानिक संस्था द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट्स ऑफ इंडिया ने देश भर की 15 लोकेशनों पर भव्य दीक्षांत समारोह का आयोजन किया, जहां नए क्वालिफाइड चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट्स को मेंबरशिप सर्टिफिकेट दिया गया तथा रैंक धारकों को सम्मानित भी किया गया।

आईसीएआई ने देश भर में 15 सेंटरों में आयोजित किया दीक्षांत समारोह; नए क्वालिफाईड 13,737 चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट्स को मिली मेंबरशिप

दीक्षांत समारोह का आयोजन नई दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, चेन्नई, बैंगलुरू, हैदराबाद,गाज़ियाबाद, अर्नाकुलम, विजयवाड़ा, अहमदाबाद, पुणे, इंदौर, जयपुर, चण्डीगढ़ और लुधियाना में हुआ। कुल 137737 नए क्वालिफाईड चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट्स को मेंबरशिप सर्टिफिकेट मिला, जो अब अपनी प्रोफेशनल यात्रा की शुरूआत करेंगे।

दीक्षांत समारोह की शुरूआत एक साथ सभी सेंटरों में हुई, नई दिल्ली में कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) की चेयरपर्सन रवनीत कौर ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम का उद्घाटन किया। नई दिल्ली के समारोह का नेतृत्व आईसीएआई के प्रेज़ीडेन्ट सी.ए. चरणजोत सिंह नंदा तथा आईसीएआई के वाईस प्रेज़ीडेन्ट सी.ए. प्रसन्ना कुमार डी द्वारा किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय काउन्सिल के सदस्य- सीए संजय कुमार अग्रवाल, सीए (डॉ) संजीव कुमार सिंघल और सीए हंस राज चुघ तथा आईसीएआई के सचिव सीए (डॉ) जय कुमार बत्रा भी मौजूद रहे।

नए क्वालिफाइड चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट्स को नई दिल्ली से सम्बोधित करते हुए रवनीत कौर, चेयरपर्सन, सीसीआई ने कहा, ‘‘मैं सभी नए ग्रेजुएट चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट्स को बधाई देना चाहता हूं। आज हम सबआपकी कड़ी मेहनत और अटूट इरादे का जश्न मना रहे हैं, आपने रातों जागकर देश सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक में सफलता हासिल की है। आईसीएआई को इसकी उत्कृष्टता, मूल्यों एवं प्रभाव के लिए जाना जाता है। संस्थान कॉर्पोरेट प्रशासन, कर प्रणाली, लेखा मानकों, स्थायित्व एवं डिजिटल फाइनैंस सिस्टम में योगदान देते हुए राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सीए क्वालिफिकेशन आपके लिए असंख्य अवसर लेकर आएगी, आपका न सिर्फ करियर में बल्कि व्यक्तिगत रूप से भी विकसित होने का मौका देगी। एआई, ब्लॉकचेन, एल्गोरिदम प्राइसिंग जैसे आधुनिक तकनीकों को देखते हुए आपके लिए हमेशा सीखते रहना ज़रूरी है, तभी आप पारदर्शी, प्रभावी एवं स्थायी विकास को सुनिश्चित कर सकते हैं।’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट सिद्धान्तों को व्यवहार में बदलने में मुख्य भूमिका निभाते हैं, वे सुनिश्चित करते हैं कि मार्केट के तरीके पारदर्शी एवं नैतिक बने रहें और नियमों का अनुपालन करते रहें। उनके प्रति भरोसा, क्लाइंट्स, शेयरधारकों, मार्केट एवं सार्वजनिक हितों को प्रभावित करता है। पेशेवर

के रूप में आप हर मूल्य और आपके द्वारा लिए गए हर निर्णय में स्वतन्त्रता, अखंडता, निष्पक्षता एवं ईमानदारी के संरक्षक हैं।’

इस अवसर पर सीए चरणजोत सिंह नंदा, प्रेज़ीडेन्ट, आईसीएआई ने नए क्वालिफाईड चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट्स को बधाई देते हुए कहा, ‘‘यह मेंबरशिप सर्टिफिकेट हासिल करना अपने आप में बड़ी उपलब्धि है, जो आपको छात्र से प्रोफेशनल में बदल रही है। भारत के चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट्स राष्ट्र निर्माण के पार्टनर्स हैं, जल्द ही उन्हें विश्वस्तरीय निर्माण का पार्टनर कहा जाएग, जो अंतर्राष्ट्रीय फाइनैंस प्रणाली को बढ़ावा देकर देश के विकास को सशक्त बनाएंगे। मेरा आपसे यही आग्रह है कि हमेशा इनोवेशन को अपनाएं, जीवन भर सीखते रहें और अखंडता एवं ईमानदारी के मूल्यों के साथ अपने पेशे की मर्यादा को बनाए रखें। आपको विश्वस्तरीय मंच पर भारत की विश्वसनीयता को सुनिश्चित करना है।’’

हमारी 65 फीसदी आबादी की उम्र 35 वर्ष से कम है, हमारे युवा इस देश का भविष्य हैं, वे इनोवेशन, उपभोग एवं प्रगति को बढ़ावा देने वाले कारक हैं। आईसीएआई आज 13737 नए चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट्स को मेंबरशिप दे रहा है। हमें विश्वास है कि ये नए पेशेवर भारत की प्रतिभा को और सशक्त बनाएंगे। भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है, ऐसे में ये युवा चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट्स देश की सबसे बड़ी सम्पत्ति हैं। इनमें से हर सदस्य के पास भारत के भाग्य को आकार देने की क्षमता है। नए प्रोफेशन्स जैसे फॉरेन्सिक, सस्टेनेबिलिटी एवं आर्टीफिशियल इंटेलीजेन्स के विकसित होने के साथ, चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट्स भी टेक्नोलॉजी के विकास को देख रहे हैं। वे इन पहलों का नेतृत्व करते हुए 2047 तक विकसित भारत के निर्माण में योगदान देने के लिए तत्पर हैं।

सभा को सम्बोधित करते हुए सीए प्रसन्ना कुमार डी, वाईस प्रेज़ीडेन्ट, आईसीएआई ने कहा, ‘‘चार्टर्ड अकाउन्टेड्स सिर्फ सेवा प्रदाता ही नहीं, वे बिज़नेस समाधान प्रदाता और आर्थिक प्रगति में योगदान देने वाले पेशेवर हैं। उनका पेशा प्रेक्टिस, रोज़गार, उद्यमिता, कर प्रणाली, ऑडिट, टेक्नोलॉजी एवं ईएसजी में कई अवसर पेश करता है। नैतिक मूल्यों, अखंडता और पारदर्शिता के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता। आपके यही मूल्य आपके काम में भरोसा पैदा करते हैं। मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि अपने पेशे की अखंडता को बनाए रखते हुए भारत के आर्थिक विकास की कहानी में योगदान दें।’

आईसीएआई के प्रेज़ीडेन्ट ने नए मेंबर्स को शपथ भी दिलाई। आईसीआई साल में दो बार नव नामांकित सदस्यों को मेंबरशिप सर्टिफिकेट देकर, सीए समुदाय में उनके प्रवेश का जश्न मनाता है। यह प्रतिष्ठित आयोजन युवा पेशेवरों को चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट समुदाय में शामिल कर उन्हें संस्थान एवं पेशे के साथ जोड़ता है। सख्त प्रशिक्षण एवं मुश्किल परीक्षा प्रक्रिया के बाद केवल उन्हीं पेशेवरों को चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट के रूप में क्वालिफाय किया जाता है जो उत्कृष्ट ज्ञान, होशियारी, समर्पण एवं दक्षता का प्रदर्शन करें।

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