Published by : BST News Desk
मुंबई/महाराष्ट्र: भारत की अग्रणी न्यू मीडिया कंपनी कलेक्टिव आर्टिस्ट्स नेटवर्क का हिस्सा, कलेक्टिव मीडिया नेटवर्क ने आज त्रिलोक के लॉन्च की घोषणा की — एक अनोखा एआई-संचालित बैंड जो आध्यात्मिक परंपरा को रॉक म्यूज़िक की समकालीन धुनों से जोड़ता है। भारतीय आध्यात्मिक जड़ों — मंत्रों, स्तुति, और प्रतीकों — से प्रेरित होकर, त्रिलोक इन ध्वनियों को एक तीव्र, भावनात्मक और पूरी तरह एआई से संचालित संगीत अनुभव में रूपांतरित करता है
कलेक्टिव आर्टिस्ट्स नेटवर्क के संस्थापक और ग्रुप सीईओ विजय सुब्रमण्यम ने कहा,
“त्रिलोक तब होता है जब आप तकनीक को आत्मिक अभिव्यक्ति का माध्यम बना देते हैं और उसे पारंपरिक रॉक के लेंस से प्रस्तुत करते हैं। यह भारत की ध्वनिक विरासत है, जो भविष्य के श्रोताओं के लिए नए रूप में लौट रही है। यह मेरे लिए एक व्यक्तिगत प्रोजेक्ट है — मुझे मेरे कॉलेज बैंड के दिनों की याद दिलाता है। उम्मीद है कि श्रोताओं को भी यह उतना ही गहराई से छुएगा जितना मुझे।”
त्रिलोक को कलेक्टिव के इन-हाउस AI इनोवेशन लैब में विकसित किया गया है — जो पहले काव्या मेहरा और राधिका सुब्रमण्यम जैसी वर्चुअल हस्तियों के निर्माण के लिए जानी जाती है। लेकिन त्रिलोक अपने पैमाने और महत्वाकांक्षा में एक नया अध्याय है। जहाँ आमतौर पर एआई-संगीत प्रयोग बैकग्राउंड एंबियंस या नकल तक सीमित रहते हैं, वहीं त्रिलोक पूरी तरह से परफॉर्मेटिव है — जिसे प्लेलिस्ट किया जाए, मीम बनाया जाए, बहस की जाए और मल्टी-फॉर्मेट स्टोरीटेलिंग के ज़रिए महसूस किया जाए।
बैंड की आवाज़, गीत, दृश्य पहचान और परफॉर्मेंस स्टाइल — हर चीज़ में एआई द्वारा समर्थित मानवीय रचनात्मकता है। इसके ट्रैक्स में भारतीय आध्यात्मिक विषयों की झलक है, लेकिन इसे दिखावे से मुक्त कर आज के संगीत की ऊर्जा और तीव्रता दी गई है।
लॉन्च के हिस्से के रूप में बैंड का डेब्यू सिंगल अच्युतम केशवम् रिलीज़ किया गया है। यह ट्रैक अब YouTube, Instagram और सभी प्रमुख स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है, जिसके साथ स्टाइलिश विजुअल टीज़र्स की एक सीरीज़ भी जारी की गई है जो बैंड के एआई किरदारों को पेश करती है।
कलेक्टिव मीडिया नेटवर्क में चैनल्स और डिस्ट्रीब्यूशन प्रमुख सुदीप लाहिरी ने कहा,
“त्रिलोक केवल म्यूज़िक रिलीज़ करने के लिए नहीं बना — इसका उद्देश्य है नएपन, समुदाय और संवाद को जन्म देना। हमने इस बैंड को एक पॉप-कल्चर प्रॉपर्टी की तरह देखा है — जिसमें किरदारों की आर्क्स, इमर्सिव कंटेंट और मज़बूत डिस्ट्रीब्यूशन स्ट्रैटेजी है। हर ट्रैक, हर विजुअल, हर पोस्ट एक बड़े यूनिवर्स का हिस्सा है जिसे हम गढ़ रहे हैं। त्रिलोक हमारे लिए केवल एक बैंड नहीं, बल्कि एक नया फॉर्मेट है — जो म्यूज़िक, कहानी और फैंडम को एक साथ जीता है।”
विजय सुब्रमण्यम ने आगे जोड़ा,
“हम यह नहीं छिपा रहे कि त्रिलोक एआई है — यही तो इसकी खासियत है। इसके सभी सदस्य पूरी तरह डिजिटल किरदार हैं, जिनकी अपनी पहचान, व्यक्तित्व और यात्रा है। हम सिर्फ एक बैंड नहीं बना रहे — हम एक नया जॉनर, एक नया स्टोरीटेलिंग फॉर्मेट गढ़ रहे हैं। मैं हमेशा से मानता हूँ कि तकनीक दुश्मन नहीं, बल्कि रचनात्मकता का सहयोगी है।”
त्रिलोक के ज़रिए, कलेक्टिव अपनी उस दृष्टि को और मज़बूत कर रहा है जिसमें वह पॉप-कल्चर को न केवल दर्शाता है, बल्कि उसके स्वरूप को आकार भी देता है — वह भी साहसिक प्रयोगों, नए फॉर्मेट्स और गहरी कहानियों के साथ।



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