By चंदन शर्मा नई दिल्ली : गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव 2025 में इस बार छात्रों का उत्साह शुरुआती चरण से ही चरम पर था। पूरे चुनाव अभियान के दौरान उम्मीदों, मुद्दों और छात्र नेतृत्व की सक्रियता ने विश्वविद्यालय के माहौल को जीवंत बना दिया। मतदान के दिन सुबह से ही विभिन्न संकायों के छात्र मतदान केंद्रों पर कतारों में दिखाई दिए और शांतिपूर्ण मतदान के बाद जब मतगणना शुरू हुई, तो पूरे कैम्पस में नतीजों को लेकर उत्सुकता साफ झलक रही थी। देर शाम जब आधिकारिक परिणाम घोषित हुए, तो विश्वविद्यालय परिसर में खुशी और उत्सव का माहौल फैल गया। अध्यक्ष पद पर चेतन काकड़िया, उपाध्यक्ष पद पर यश माथुर और महासचिव पद पर भारती लाकड़ा ने बड़ी बढ़त के साथ विजय प्राप्त की।
चुनाव परिणाम घोषित होते ही समर्थकों ने तीनों विजयी उम्मीदवारों को फूलमालाओं से लाद दिया और पूरे परिसर में ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न का माहौल बन गया। छात्र नेताओं को कंधों पर उठाकर नारेबाजी करते हुए समर्थक विभिन्न ब्लॉक्स और विभागों में घूमते रहे। चेतन काकड़िया की जीत को छात्र समुदाय ने पारदर्शिता, सक्रियता और कैंपस-हितैषी नेतृत्व की मान्यता के रूप में देखा। चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने छात्रों से जुड़े शैक्षणिक सुधारों, सुविधाओं में विस्तार और पारदर्शी प्रशासन की बात जोर देकर उठाई थी। उनकी जीत से समर्थकों में यह उम्मीद और मजबूत हुई है कि आने वाले वर्ष में विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्र नेतृत्व के बीच बेहतर तालमेल दिखाई देगा।
उपाध्यक्ष पद के विजेता यश माथुर ने अपनी जीत को छात्रों की जीत बताते हुए सभी साथी विद्यार्थियों का ह्रदय से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि छात्र हित ही उनकी प्राथमिकता थे और रहेंगे। चुनाव प्रचार के दौरान वे हॉस्टल सुविधाओं, परिवहन, पुस्तकालय समय बढ़ाने तथा छात्र सुरक्षा जैसे मुद्दों पर लगातार अपनी आवाज उठाते रहे। उन्होंने कहा कि यह जीत जिम्मेदारी का एहसास कराती है और वे छात्र समुदाय की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे। उनका यह भी कहना था कि विश्वविद्यालय की विविधता ही इसकी ताकत है, और हर विभाग, हर संकाय के छात्रों के मुद्दों को समान गंभीरता से लिया जाएगा।
महासचिव पद पर विजयी भारती लाकड़ा ने कहा कि यह जीत न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों की बल्कि उन सभी छात्रों की है जिन्होंने बदलाव और सक्रिय नेतृत्व में विश्वास दिखाया। उन्होंने कहा कि छात्र सेवाओं को मजबूत करना, शिकायत निवारण प्रणाली को प्रभावी बनाना और छात्र गतिविधियों के लिए अधिक अवसर उपलब्ध कराना उनकी प्रमुख प्राथमिकताएं होंगी। भारती लाकड़ा पहले भी विभिन्न छात्र गतिविधियों और सामाजिक अभियानों में सक्रिय रही हैं, जिससे उन्हें छात्रों के बीच अच्छी पहचान मिली थी।
चुनाव आयोग ने पूरे चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण बताते हुए कहा कि इस वर्ष मतदान प्रतिशत पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रहा, जो छात्रों की बढ़ती जागरूकता को दर्शाता है। कैंपस में सुरक्षा व्यवस्था और प्रबंधन की सतर्कता के चलते चुनाव दिवस बिना किसी विवाद के संपन्न हुआ।
जीत के बाद तीनों छात्र नेता अपने समर्थकों के साथ विश्वविद्यालय परिसर में घूमते रहे और छात्रों से संवाद करते रहे। पूरे कैम्पस में देर रात तक खुशी का माहौल बना रहा। छात्रों ने उम्मीद जताई है कि नया नेतृत्व विश्वविद्यालय में सकारात्मक बदलाव लाएगा और उनकी समस्याओं के समाधान में सक्रिय भूमिका निभाएगा।

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