By विनय मिश्रा नई दिल्ली: एनएसएस इकाई दिल्ली फार्मास्यूटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी ने धून फाउंडेशन के सहयोग से डॉ. जी.के. नारायणन ऑडिटोरियम में ऑटिज़्म जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया।अपने उद्घाटन भाषण में कुलपति डॉ. रविचंद्रन ने कहा कि ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों को सामान्य कामकाज में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, लेकिन यह भी सच है कि उनमें विशेष प्रतिभा होती है। कुछ क्षेत्रों में, उनका दिमाग सामान्य लोगों की तुलना में ज़्यादा बेहतर काम करता है।
मुख्य अतिथि अचिन गर्ग आईपीएस अधिकारी उपायुक्त पुलिस दक्षिणी ज़िला ने कहा कि इतिहास साक्षी है कि बहुत लोग है जिन्होंने ऑटिस्टिक होते हुए सफलता की ऊँचाई को छू कर अपनी योग्यता का परिचय दिया। समारोह अध्यक्ष विजय गौड़ ब्यूरो चीफ एवं अध्यक्ष भागीदारी उन सहयोग समिति ने कहा कि ऑटिज्म से पीड़ित बच्चे सहानुभूति नहीं प्यार चाहते है उन्हें मुख्य धारा में जोड़ने के सभी प्रयास ईश्वर की सच्ची पूजा है कार्यक्रम में अतिथि वक्ता डॉ. प्रिया जैन ने ऑटिज़्म पर गहन और विचारोत्तेजक भाषण दिया, जिसमें प्रारंभिक हस्तक्षेप और सहानुभूति के महत्व पर ज़ोर दिया गया। रजिस्ट्रार डॉ. रामचंदर खत्री एवं धून फाउंडेशन की संस्थापक कविता कुमार ने भी अपने विचार साझा किए। विविध और जीवंत प्रदर्शनों ने इन विशेष बच्चों की उल्लेखनीय प्रतिभाओं को प्रदर्शित किया।
जिसने युवा दर्शकों, डीपीएसआरयू के छात्रों, विशिष्ट अतिथियों, अभिभावकों और संकाय सदस्यों का ध्यान समान रूप से आकर्षित किया। जिन विशेष बच्चों ने कार्यक्रम प्रस्तुत कर अपनी उच्च कला का परिचय दिया उनमें प्रमुख नाम है : ऐश्वर्या (नर्तकी), अध्ययन (गायिका), तनिषा (गायिका), शुभ पाठक (कीबोर्डिस्ट), समीक्षा (ड्रम), सत्यमेव राज (गायक), श्रेयन (कीबोर्डिस्ट और गायक) विशेष बच्चों का प्रदर्शन वास्तव में मनमोहक था, जिसमें बेन्ज़ी ने अपने मनमोहक गीतों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गैर-मौखिक होने और संगीत के माध्यम से खुद को अभिव्यक्त करना पसंद करने के बावजूद, बेन्ज़ी की प्रतिभा चमकती है। उनकी प्रभावशाली उपलब्धियों में भारत सरकार से तीन राष्ट्रीय पुरस्कार, दो लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स और बारह रिलीज़ की गई ऑडियो सीडी शामिल हैं। उनका प्रदर्शन उनकी असाधारण क्षमताओं का प्रमाण था और दर्शकों पर एक अमिट छाप छोड़ गया। कार्यक्रम का समापन एक रोमांचक संगीत संध्या में हुआ, जिसमें प्रसिद्ध पेशेवर गायक सतीश सचदेवा, अनुराग भंडारी और कजरी सेन कबीराज ने दर्शकों को बॉलीवुड के लोकप्रिय गीतों का आनंद दिया।
कार्यक्रम का कुशल संयोजन एनएसएस इकाई की टीम सदस्य गण डॉ. पारुल शर्मा (एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी), एनएसएस समन्वयक डॉ. जितेन्द्र मुनजल, डॉ. अंशुल, डॉ. अतुल जैन एवं डॉ. सचिन कुमार ने किया । इस कुशल संयोजन की मुक्त कंठ से प्रशंसा डॉ. रविचंद्रन कुलपति , अचिन गर्ग उपायुक्त पुलिस एवं ब्यूरो चीफ विजय गौड़ सहित वक्ताओं ने की ।
डॉo पारुल शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में डॉ. शीता कालरा, डॉ. सविता तामड़िया, डॉ. ब्यूटी बेहरा, डॉ. ऋचा राय, डॉ. गगनदीप कौर, डॉ. अमृता पारले एवं डॉ. बलजिंदर सिंह जैसे प्रतिष्ठित संकाय सदस्यों की गरिमामय उपस्थिति रही ।उन्होंने बताया कि एक ई-पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसने छात्रों को रचनात्मकता और जागरूकता प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान किया।
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